ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्।

नारी शक्ति- कमलेश कुमार कारुष मीरजापुर

नारी शक्ति
नारी से नर  होत  हैं,
नारी स्वर्ग की खान।
नारी श्रद्धा  रूप  हैं,
आन बान सब शान।।

आन बान सब शान,
मान होती हैं मर्यादा।
मां बहन बेटी पत्नी,
फर्ज  निभातीं  वादा।।

नारी में शक्ती निहित, 
नारी  जग  में  प्यारी।
हो नारी सम्मान सदा,
कारुष जग  में  नारी।।

कलम से✍️
कमलेश कुमार कारुष 
मीरजापुर

Post a Comment

0 Comments