।।प्यार का दरिया।।
सुलझाते सुलझाते तेरी जुल्फों को,
मै खुद ही इनमें उलझ गया हूॅ॑।
ख़्वाबों की लेकर चादर अपनी,
तुझ तक ही मैं सिमट गया हूॅ॑।
काली घटाओं के साथ लिपट के,
बूंदें बन कर खुद बरस गया हूॅ॑।
प्यार की बहती हुई दरिया में,
न जाने कैसे फिसल गया हूॅ॑।
कभी खुशी की बारिश आई,
कभी तन्हाई ने मारा मुझको।
कभी प्यार की शीतल छाया,
कभी मिला तप्त अंगारा मुझको।
कभी फिजाओं के संग संग में
फूलों संग इठलाया करता था।
चांद की शीतल किरणों में,
पीछे जुगनू के भागा करता था।
रचनाकार
सुरेश सचान पटेल
पनियांमऊ,पुखरायां
कानपुर देहात,उत्तर प्रदेश
कवि का जीवन परिचय
नाम:- कवि सुरेश सचान पटेल
पिता:- स्व0 श्री बेटा लाल सचान
माता:- स्व0 श्रीमती रामकुमारी सचान।
पत्नी:- श्रीमती सरिता सचान।
पता:- ग्राम व पोस्ट पनियांमऊ,कानपुर देहात
उत्तर प्रदेश।
जन्म:- 01 जून 1967
शिक्षा:- नर्सिंग विज्ञान में स्नातक।
संप्रति:- कवि,लेखक,गीतकार,कहानीकार,अर्ध सैनिक बल
(आईटीबीपी) असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर चिकित्सा
विभाग में कार्यरत।
प्रकाशित रचनाएं:- दैनिक कोल्ड फील्ड मिरर,जिंदगी मेट्रो
सामाचार पत्र,हरिहरहार पत्र
हरियाणा,सोनभद्र एक्सप्रेस,आजाद एक्सप्रेस
लखनऊ ,बाल किलकारी मासिक
पत्रिका ,नव उदय मासिक पत्रिका
दैनिकआर्यावर्त केसरी आदि
में रचनाएं प्रकाशित।
प्रकाशित साझा काव्य संग्रह:- प्रोफाउंड राइटर,सफर शिखर तक,स्पंदन,सौदामिनी,यादों के लम्हें,प्रेरणा,हिंदी गाथा, अनहद,साहित्य रत्न 2023 आदि।
सम्मान पत्र:- हिंदी रत्न सम्मान 2023,साहित्य सिरोमनी सम्मान2023,साहित्य विषारद,साहित्य मणि,हिंदी गौरव सम्मान,साहित्य भारती सम्मानहिंदी गौरव सम्मान 2023,विश्व हिंदी साहित्य रत्न सम्मान 2023,सोन साहित्य रत्न 2022,साहित्य शिरोमणि सम्मान 2023आदि अनेकों सम्मान विभिन्न मंचों से प्राप्त हो चुके हैं।
काव्य संग्रह :-प्रथम एकल काव्य संग्रह,काव्य सरिता प्रकाशित।
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