ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्।

देवी का असली रूप-अनामिका लेखिका सम्पदिका, शिक्षिका

देवी का असली रूप

सभी समर्थ रूपों में पूजित हो,
माता,भगिनी,पुत्री,स्त्री
सृजित हो,,,,,
देवी तुम पूजित हो

नर से नारायण तक नारी का त्याग,समर्पण, सेवा,तर्पण,तुम सूर्य की किरण पुंज सी सदा ही समर्थित हो
देवी तुम पूजित हो
बंदिनी हो नन्दनी हो
कामधेनु हो पारिजात हो
स्वधा,स्वाहा,अक्षय वट हो इच्छा रूपी मनोकामना हो
देवी तुम पूजित हो

दयारूपेण मातृरूपेण रक्षरूपेंन कामरूपेण क्षमारूपेण कन्यारूपेँ 
वृत्तिरूपेण माया रूपेण
सदा वन्दिता हो
देवी तुम पूजित हो

अनामिका
लेखिका सम्पदिका, शिक्षिका

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