शीर्षक:-कृष्ण जन्माष्टमी
सर्वत्र उत्सव का आयोजन,
सोहर गाने को मैया है बेसब्र,
धूम धाम से मनता त्यौहार,
कृष्ण का जन्म खूबसूरत उपहार ,
लीलाओं से मंत्रमुग्ध करते,
माखन की चोरी करते,
बड़े बड़े दानव को युद्ध में हराकर,
मामा कंस को जीवन मुक्त करते,
मुरली मनोहर की बांसुरी की धुन पर,
नाचता पूरा बृज धरोहर ,
दुख हरते, शेषनाग से लड़ते,
गोपियों संग रास करते गिरिधर,
मोर मुकुट सर पर साजे,
मनमोहक छवि, बांसुरी बजाते,
धन्य गोकुल हुआ आज के दिन,
नंद के घर आंनद सजाते,
मैया यशोदा फूली ना समायें,
ढोल नगाड़े नाना वाद्य बजवाये,
खुश है आज पूरा देश,
अवतरित हुए विष्णु ,
श्रीकृष्ण वेष,नमन अशेष ।
रचना मौलिक, स्वरचित और सर्वाधिकार सुरक्षित है।
प्रतिभा पाण्डेय "प्रति"
चेन्नई
0 Comments