🙏🏻माँ 🙏🏻
माँ क्या है ?
कोई बताये तो मुझे !
माँ का एक रूप है या अनेक
कोई दिखाए तो मुझे !
माँ क्या है ?
कोई बताये तो मुझे!
माँ के आंचल में मैं भी पनाह चाहता हूं!
माँ का वात्सल्य झोली फैला कर मांगता हूं!
वो मीठी मीठी लोरियां कोई सुनाए तो मुझे !
माँ क्या है?
कोई बताये तो मुझे !
माँ की गोद मे है सच्चा सुकून,ये सब कहते है!
सुना है माँ के चरणों मे देवता रहते है!
ऐसे स्वर्ग तक कोई ले जाये तो मुझे !
माँ क्या है?
कोई बातये तो मुझे !
माँ धरती की शक्ति है गगन का विस्वास है!
माँ हर क्षण बच्चों के अस्तित्व का एहसास है!
लोरियों की गुनगुनाहट से कोई सुलाए तो मुझे !
माँ क्या है ?
कोई बताये तो मुझे !
अक्सर दर्द के गहरे खयालो में खो जाता हूं!
कभी कभी रात को भूखा ही सो जाता हूं!
ममता भरे हाथो एक निवाला कोई खिलाये तो मुझे!.!
माँ क्या है ?
कोई बताये तो मुझे..!
सुमित अर्कवंशी
लखनऊ (उ. प्र. )
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