शीर्षक:-गुणगान हम गायेंगे
एक ने किसानों पर अत्याचार को रोका,
एक ने जय जवान जय किसान का नारा जोड़ा,
मनहर पावन भारत की अद्भुत अद्वितीय महाकाया,
एक थे बापू, एक लालबहादुर शास्त्री कहलाया।
एक ने अंग्रेजों का उत्पीड़न रोका,
एक ने स्वतंत्र भारत की उत्कठ जिज्ञासा,
को एक सूत्र में जोड़ा ।
करमचन्द्र मोहन बचपन से ,
आजादी के प्रति थे जुझारू,
अनाज अपना हो, अपने देश का,
शास्त्री का प्रारूप।
बापू थे जन-जन की उठती आवाज,
शास्त्री किसान और मातृ-भूमि के,
बुलन्द आगाज।
दोनों के आन्दोलन का अलग अन्दाज,
दो अक्टूबर को मिला दोनों को राष्ट्रीय ताज ।
जीवन पर्यन्त आप दोनों का,
गुणगान हम गाएंगे,
सादा जीवन उच्च विचार को अपनायेंगे|
प्रतिभा पाण्डेय "प्रति"
चेन्नई


0 Comments