कारगिल विजयदिवस पर विशेष
#दिनांक:-26/7/2024
#विधा:- सजल
#शीर्षक:-भारत के।
तुम हो वीर सपूत महान भारत के
बढाते हो तुम्हीं सम्मान भारत के ।।1।
निछावर करते प्राण, मोह नहीं करते
तुम विश्व-गुरु अभियान हो भारत के ।।2।
मौत का कफन बांध लडते हो वीर तुम
भारती-सपूत लाल महान भारत के ।।3।
मातृभूमि की मिट्टी लगे सबसे अनमोल,
कण-कण है चंदन समान भारत के ।।4।
वायु सहस्त्र बलों के शौर्य गाथा गाती
झूमकर करती नित सलाम भारत के।।5।
तिरंगा शान से फहराया कारगिल पर,
जवानों के सही प्रतिमान भारत के ।।6।
कारगिल विजय दिवस गाता है गुणगान
राष्ट्र हिन्दी भाषा पहचान भारत के।।7।
दृढ नेतृत्व ,अद्भुत - पराक्रमी तुम,
लाल माँ का स्वाभिमान भारत के ।।8।
कोटि नमन करते सदा सत्य सनातन
समर्पित सब अभिमान भारत के ।।9।
तुंग हिमालय शीश झुकाता जिसके आगे,
ऐसे ही होते हैं बलवान भारत के।।10।
(स्वरचित, मौलिक और सर्वाधिकार सुरक्षित है)
प्रतिभा पाण्डेय "प्रति"
चेन्नई
#दिनांक:-26/7/2024
#विधा:- सजल
#शीर्षक:-भारत के।
तुम हो वीर सपूत महान भारत के
बढाते हो तुम्हीं सम्मान भारत के ।।1।
निछावर करते प्राण, मोह नहीं करते
तुम विश्व-गुरु अभियान हो भारत के ।।2।
मौत का कफन बांध लडते हो वीर तुम
भारती-सपूत लाल महान भारत के ।।3।
मातृभूमि की मिट्टी लगे सबसे अनमोल,
कण-कण है चंदन समान भारत के ।।4।
वायु सहस्त्र बलों के शौर्य गाथा गाती
झूमकर करती नित सलाम भारत के।।5।
तिरंगा शान से फहराया कारगिल पर,
जवानों के सही प्रतिमान भारत के ।।6।
कारगिल विजय दिवस गाता है गुणगान
राष्ट्र हिन्दी भाषा पहचान भारत के।।7।
दृढ नेतृत्व ,अद्भुत - पराक्रमी तुम,
लाल माँ का स्वाभिमान भारत के ।।8।
कोटि नमन करते सदा सत्य सनातन
समर्पित सब अभिमान भारत के ।।9।
तुंग हिमालय शीश झुकाता जिसके आगे,
ऐसे ही होते हैं बलवान भारत के।।10।
(स्वरचित, मौलिक और सर्वाधिकार सुरक्षित है)
प्रतिभा पाण्डेय "प्रति"
चेन्नई
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