श्रीराम सम तेज
श्री राम सम तेज है इनका श्रीराम शुभ नाम है।
यूपी के सीतापुर जनपद इनका जगमग धाम है।
पहला आश्रम के समीप ही रामपुर एक गांव है।
तपोभूमि नैमिष की धरती मात_पिता की छांव है।
बचपन से ही प्रखर बुद्धि के योद्धा बड़े महान।
शिक्षा का संकल्प लिया है रोशन करें जहान।
किए कार्य सामाजिक लाखों रहें समर्पित देश।
भांति_भांति का अनुभव रखते घूमें देश_विदेश।
संघर्षों से जीवन गुजरा दिव्य कीर्ति फैलाई है।
शिक्षा को हथियार बनाया फसल आज लहलाई है।
हैं समाज हित तत्पर हर दम शानदार व्यक्तित्व है।
कठिन तपस्या मेहनत के बल बना आज अस्तित्व है।
कैसे हो विस्तार हमारा प्रेरक कलम चलाते हैं।
पढ़ो लिखो रणधीर बनो तुम ऐसा मार्ग बताते हैं।
शिक्षा को संकल्प बना लो ऐसा इनका नारा है।
पूर्ण विश्व में फहरे झंडा दिनकर सम उजियारा है।।
रचनाकार
पंकज सिंह दिनकर "अर्कवंशी"
लखनऊ उत्तर प्रदेश