ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्।

शीर्षक- राधा तो दीवानी है मुरली वाले की-मीनू यादव शिकोहाबाद, उत्तर प्रदेश

शीर्षक- राधा तो दीवानी है मुरली वाले की

राधा तो दीवानी है 
मुरली वाले की 
एक प्रेम कहानी है
 मुरली वाले की 

देह से परे वो
आत्मबंधन में ही बंधे हैं 
नयन सजल कान्हा के 
कंठ राधा के भी रुंधे हैं
 बिन बोले सुनाई दे
 राधा वो वानी है
 मुरली वाले की

 राधा तो दीवानी है
 मुरली वाले की

 पवित्रता के शिखर पर 
 निज प्रेम उन्होंने पहुंचाया
 वियोग में भी रहकर
 रूप संयोग का दिखलाया
 प्रतीक्षा में डूबी हुई
 हर शाम सुहानी है
 मुरली वाले की

 राधा तो दीवानी है 
मुरली वाले की

 जन्मों -जन्मों तक भी
 उनसा दूजा कोई ना मिलेगा
 मिलन ना हो जिससे सम्भव
 प्रेम अतिशय उसी से करेगा
 सदियों तक अमर रहे
 गाथा ये रूहानी है
 मुरली वाले की

 राधा तो दीवानी है
 मुरली वाले की
 एक प्रेम कहानी है
 मुरली वाले की

🙏
मीनू यादव 
शिकोहाबाद, उत्तर प्रदेश

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