ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्।

हिंद की रज रज से,नभम स्पर्शम दीप्तम वंदन -महेन्द्र कुमार

भारतीय वायु सेना दिवस (08 अक्टूबर,2023 )
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हिंद की रज रज से,नभम स्पर्शम दीप्तम वंदन 
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चतुर्थ वृहत सैन्य रूप,
उत्साह साहस पर्याय ।
सदा रक्षित राष्ट्र स्वाभिमान,
लिख कीर्तिमानी नव अध्याय ।
इक्कानवीं शुभ वात्सिकी,
हर नागरिक अनंत अभिनंदन ।
हिंद की रज रज से,नभम स्पर्शम दीप्तम वंदन ।।

चतुर्दश शतम अतुल्य विमान,
एक्य लक्ष सप्तति सहस्त्रम जांबाज ।
सुदृढ़ देश रक्षा प्रणाली,
बुलंद कर तिरंगी आवाज ।
अहम अनुग्रह सेतू भू सेना,
नजाकत भारत महिमा मंडन ।
हिंद की रज रज से, नभम स्पर्शम दीप्तम वंदन ।।

आठ अक्टूबर उन्नीस सौ बत्तीस,
अनूप अनुपम स्थापना दिवस ।
उन्नीस सौ तैतीस प्रथम अप्रेल,
यथार्थ अस्तित्व भाव पियस।
जोश उमंगी संघर्ष अथाह,
चीन पाक युद्ध विजय स्पंदन ।
हिंद की रज रज से,नभम स्पर्शम दीप्तम वंदन ।। 

ऑपरेशन मेघदूत,गुजरात चक्रवात,
प्रतिभाग सुनामी,कश्मीर युद्ध ।
अदम्य अभियान पूमलाई, कैक्टस,
भाव मातृभूमि सेवा शुद्ध ।
कारगिल,बालाकोट एयर स्ट्राइक,
पद अभिजीत कर शत्रु भंजन । 
हिंद की रज रज से,नभम स्पर्शम दीप्तम वंदन ।।

महेन्द्र कुमार
(स्वरचित मौलिक रचना)

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