क्या दुश्मन क्या दोस्त ,
हर कोई अपना अपना काम कर रहा है।
हारेगा वही जो आराम कर रहा है,
और जीतेगा वही जो लक्ष्य पर काम कर रहा है।।
खामोश रहने वाले को बेवजह कोई खामोश ना समझो।
अंतर मन उसका भी जाने क्या कोहराम कर रहा है।।
घायल परिन्दा
इंसानों की सोच कितनी, हो गई है घटिया।
खुद ही डूबा रहा है, अपनी ही लोटिया।
नवरात्रि में ढूंढ़ रहा है खिलाने को कन्याएं,
मार मारकर कोख में, अजन्मी हुई बिटिया।
दिनेश सेन शर्मा
प्रयागराज उत्तर प्रदेश
जिन लोगो ने बलात्कार
पीड़ित बारह साल की
बच्ची की मदद के लिए
दरवाजे तक नहीं खोले..
वो लोग भी नवरात्रि
में कन्या पूजन,कन्या भोज
का पाखंड कर रहे होंगे..
सरल कुमार वर्मा
उन्नाव

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