ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्।

मातृभाषा हिंदी के प्रति प्रेरणात्मक विचार
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जय हिन्द मित्रों,
हम सभी जानते है कि प्रत्येक वर्ष 14 सितंबर को हिंदी दिवस के तौर पे मनाया जाता है। क्यों ना इस बार एक विशेष तरीके से मनाए जाए।

वो विशेष तरीका यह है कि पूरे वर्ष तो नहीं पर कम से कम सितंबर का महीना पूर्ण रूप से हिंदी को समर्पित कर दीजिए। छोटी-बड़ी हर एक बात को एकदम शुद्ध हिंदी में बोलने एवं लिखने का प्रयास कीजिए। यदि किसी शब्द का शुद्ध हिन्दी जानने मे समस्या हो तो आप google का सहारा लें। 
अंग्रेज़ी माध्यम से संचालित होने वाले विद्यालयों से ये निवेदन है कि प्रत्येक वर्ष सितंबर के महीने में हिंदी भाषा के सम्मान में मात्र एक महीने के लिए अपने कायदे कानून मे थोड़ा बदलाव करें। जैसे बच्चों को हिंदी भाषा को सीखने एवं जानने के लिए प्रेरित करें। 
अंग्रेज़ी का ज्ञान देना कोई बुरी बात नहीं है पर बच्चों को जबरन अंग्रेज़ी के लिए विवश करना बहुत बुरी बात है।
अंग्रेज़ी सिखाने से पहले बच्चो के लिए ये सुनिश्चित करें कि उन्हें हिंदी का उचित ज्ञान है या नहीं। वो हिंदी सही रूप से बोल या लिख सकते है या नहीं।
जबतक बच्चा शुद्ध रूप से हिंदी ना बोल सके ना लिख सके तब तक अन्य किसी भाषा का ज्ञान देना व्यर्थ है।

जय हिन्द❣️जय हिन्दी
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                      आपका              
          •बाल कवि आदित्य कुमार

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