ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्।

मुस्कुराहट का राज-प्रदीप छाजेड़ ( बोरावड़)

मुस्कुराहट का राज
 मैंने अपने जीवन में कितने व्यक्तियों को देखा है जो हर हाल में हर स्थिति में प्रसन्न रहते है ऐसा नहीं है की उनके जीवन में दुःख नहीं है बल्कि वो अध्यात्म से ओत - प्रोत रहकर सम्भाव से अपना जीवन जीना जानते है । जब जिंदगी हमारी है तो क्यों न हम इसे प्रसन्नतापूर्वक जिएँ यदि हमारी मुस्कुराहट कई उदास चेहरों पर हँसी ला सकती है तो हमारा मुस्कुराना बहुत अच्छा है ।
हँसना स्वस्थ और सुखी रहने का एक बढ़िया फंडा है ।मुस्कुराहट में वह जादू है कि इसके होठों पर आते ही तनाव रूठकर चला जाता है ।इसका जादू जल्दी ही आसपास मौजूद सभी लोगों पर छा जाता है और उदास चेहरों पर हँसी बनकर यह राज करने लगती है ।अतः जिसने इसे अपना लिया वह कभी उदास हो ही नहीं सकता है इसलिए हमेशा हँसते रहो और हँसाते रहो क्योंकि मुस्कराहट ही जिंदगी है। ज़िंदगी नाम है सुख-दुःख की कहानी का क्योंकि इसका राज है सदा ही मुस्कुराने का अरे बडी-बडी बातें करने वालें बातों में ही रह जातें हैं और हलके से मुस्कुराने वालें बहुत कुछ कह जातें हैं ।इसलिए मुस्कुराने की आदत डालिए और ज़िंदगी ख़ुशहाल बनाइए । जब हमारा मन पॉज़िटिव होगा तब हमें दिव्यता का अनुभव होगा क्योंकि सकारात्मकता वह निर्मलता की निशानी है और मन की निर्मलता, वही परम सुख है। भगवान महावीर ने कहा है कि जो पॉज़िटिव रहेगा वही मोक्ष की ओर आगे बढ़ सकता है इसलिए नेगेटिविटी से बाहर निकलना अत्यंत आवश्यक है। अतः एक निराशावादी को हर अवसर में कठिनाई दिखाई देती है और एक आशावादी को हर कठिनाई में अवसर दिखाई देता है। तभी तो कहा है कि मुस्कुराहट जीवन में इसलिए है कि किसी भी हाल में जिंदगी से न हारने का वादा है।

 प्रदीप छाजेड़ 
( बोरावड़)

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