नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏
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बीता हुआ साल कुछ बुरी यादें,
कुछ अच्छी यादें दे गया ,
बुरी यादों से मेरी हिम्मत बढ़ी कुछ करने की,
कुछ खुद को पहचानने की,
खुद से कुछ करने की,
अच्छी यादें जीने का सहारा बनी,
कहते हैं कि
"गुज़र जाते हैं हर पल,
चाहे जिन्दगी कैसे भी चले,
कुछ लोग मसीहा बन जिन्दगी मे तुम्हारा साथ निभायेंगे,
और कुछ लोग तुमसे जिन्दगी छीनने का प्रयास करेंगे"
पर घबराना नहीं है तुम्हें,
रख हिम्मत तुम्हें
कठिन परिस्थतियों मे भी,
नया इतिहास रचना है,
बन इंसानियत का फरिश्ता
जरूरतमंदों का साथ निभाना है,
मिला रूप मानव का तो
जिन्दगी का फ़र्ज़ निभाना है,
मत डर ज़माने से तू,
कुछ करके दिखलाना है,
ले शपथ सत्कर्मों की
मानवधर्म अपनाना है।
भूल कर सारे दुख दर्द को,
अच्छी यादों के साथ,
आने वाला साल तुम्हें
खुशनुमा बनाना है.....
✍️
कंचन मिश्रा
शाहजहाँपुर, उ.प्र.