ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्।

सुख वैभव आरोग्य अक्षय,आंवला नवमी उपासना से-महेन्द्र कुमार

सुख वैभव आरोग्य अक्षय,आंवला नवमी उपासना से 
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कार्तिक शुक्ल नवमी महत्ता,
सनातन धर्म पुनीत स्थान ।
मां लक्ष्मी विष्णु आमल वृक्ष,
सर्वत्र पूजन वंदन आह्वान ।
स्वयं सिद्ध मुहूर्त अंतर्निहित ,
सद्यः फल व्रत साधना से ।
सुख वैभव आरोग्य अक्षय,आंवला नवमी उपासना से ।।

भविष्य स्कंद पद्म विष्णु पुराण,
आंवला नवमी मंगल बखान ।
मां लक्ष्मी भू लोक भ्रमण,
शिव विष्णु स्तुति ध्यान ।
तुलसी हरि बेल शंकर प्रिय,
अमृता पूर्ण दोऊ भावना से ।
सुख वैभव आरोग्य अक्षय,आंवला नवमी उपासना से।।

जनमानस शीर्ष आस्था भाव,
परिवेश नैतिकता ओत प्रोत ।
शुद्ध सात्विक चिंतन स्तर,
वर चाहना ह्रदय श्रोत ।
माया काया कंचन पावन,
उर पुलकित आराधना से ।
सुख वैभव आरोग्य अक्षय आंवला नवमी उपासना से ।।

विधिवत पूजा मंगल पाठ,
दुग्ध अर्पणअमृत फल मूल ।
मोली बंधन सप्त परिक्रमा,
अक्षत रोली सह सुरभि फूल ।
दीप प्रज्वलन नमन स्तुत,
भोजन आमलक छांव विमल कामना से ।
सुख वैभव आरोग्य अक्षय,आंवला नवमी उपासना से ।।

महेन्द्र कुमार
(स्वरचित मौलिक रचना)

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