ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्।

शिक्षा से सर्वांगीण विकास

@शिक्षा से सर्वांगीण विकास@

बिन शिक्षा के हो नहि सकता,
जीवन का सर्वांगीण विकास। 
शिक्षा एक अनमोल  खजाना,
जिसके बिन  हर  क्षेत्र  उदास।।

शिक्षा   तम   का   नाशक  है,
ज्ञान  ज्योति  देता  जो  खास।
जीवन    के   हर   मोड़ो   पर,
करता  प्रति पल  बाधा  नाश।।

स्व   अधिकार    जानने   हेतु,
पढ़लो   शिक्षा    क्षेत्र   सुवास।
समता   ममता  बनेगी  एकता,
समझलो कारुष सत्य आभास।।

कलम से✍️
कमलेश कुमार कारुष

Post a Comment

0 Comments